उन्होंने मानवता के लिए बड़े पैमाने पर सामाजिक सेवा कार्यक्रम शुरू किए:
- जीवन समस्या मुक्त ग्राम
- शिक्षण समस्या मुक्त ग्राम
- सामूहिक विवाह
- किसानों की आत्महत्या पर रोकथाम
मानवगुरु श्री चंद्रशेखर गुरुजी पेशे से एक सिविल इंजीनियर हैं और इस दुनिया में हर परिवार को एक महान सेवा प्रदान कर रहे हैं।
उन्होंने मानवता के लिए बड़े पैमाने पर सामाजिक सेवा कार्यक्रम शुरू किए:
मानव गुरु समझते हैं की जब तक मानवभिवृद्धि नहीं होगी, तब तक ग्रामभिवृद्धि पर प्रभावी ढंग से काम करना संभव नहीं है। जब हर एक परिवार अपने पैरों पर खड़े होने में सक्षम हो जाता है, या जब हर एक परिवार एक आत्मनिर्भर कुटुम्ब बन जाता है, तभी हम ग्रामभिवृद्धि पर प्रभावी ढंग से काम कर सकते हैं।
मानव गुरु ने 2015 में कर्नाटक के बेलगावी जिले के गोडची गाँव को मुफ्त में अपने अनन्य ज्ञान द्वारा
मार्गदर्शन देने के लिए अपनाया था| वह इस तरह का कार्यक्रम प्राप्त करने वाला भारत का पहला गाँव बन गया। अपनाने के 8 महीने के भीतर ही गांव में सामाजिक और आर्थिक रूप से बदलाव आया।
मानवगुरु ने 650 परिवारों को निःशुल्क मार्गदर्शन दिए। जिन लोगों ने उनके मार्गदर्शन का पालन किया, उन्होंने 9 से 180 दिनों के भीतर अपने जीवन के सभी पहलुओं में सकारात्मक बदलाव का अनुभव किया है। बच्चों ने अपनी शिक्षा में उत्कृष्टता प्राप्त की, युवाओं को बेहतर रोजगार और करियर के अवसर मिले, व्यवसायी अपने व्यवसाय में सफल हुए, किसानों ने अपनी खेती में वृद्धि का अनुभव किया, परिवार शांतिपूर्ण रिश्ते बनाने में सफल रहे, लोगों ने संपत्ति में वृद्धि अनुभव की, ग्रामीणों ने अच्छे स्वास्थ्य का अनुभव किया और युवकों की विवाह संबंधी देरी का भी समाधान हुआ।
ग्रामीण बच्चों के ज्ञान को समृद्ध करने के लिए, मानवगुरु ने 2018 में वंचित छात्रों के लिए एक स्कूल शुरू किया है जो कर्नाटक के धारवाड़ जिले में कलघटगी तालुका के शिगिगट्टी गाँव में K + 10 शिक्षा प्रदान करता है। एक अनूठा वातावरण, जिसका मुख्य लक्ष्य यह सुनिश्चित करना हैं की न केवल शैक्षणिक बल्कि शारीरिक, मानसिक और सामाजिक रूप से मानवगुरु के अनन्य ज्ञान की मदद से बच्चों की उन्नति की जाए ।
मानवगुरु समाज के वंचित वर्ग के जोड़ों को प्रतिष्ठा के साथ शादी करने और खुशहाल वैवाहिक जीवन जीने के लिए आशीर्वाद और मार्गदर्शन देते आ रहे हैं।
कृषि भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ होने के बावजूद, किसानों और उनके परिवारों के संकट में वृद्धि हो रही है। इससे किसान दबाव में आकर आत्महत्या भी कर रहे हैं। इस स्थिती की गंभीरता को महसूस करते हुए, मानव गुरु ने बडे पैमाने पर एक योजना शुरू की है और किसानों को उनके अनन्य ज्ञान को अपनाने की पहल की है। विश्व शक्ति से संपर्क बनाकर मानव गुरु के अनन्य ज्ञान को अपनाने के बाद किसानों ने 9 से 180 दिनों के भीतर एक आनंदमय जीवन का अनुभव करना शुरु करते है। यह उन्हें शारीरिक, मानसिक, सामाजिक और आर्थिक रुप से आगे बढ़ने में मदद करता है, इस प्रकार उनमें आत्महत्या के विचार को रोकता है।